Android यूजर्स अलर्ट, खतरे में ये पांच वर्जन, सेफ रहने के लिए तुरंत करें ये काम

1 week ago

सरकार की CERT-In एजेंसी ने एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने कहा कि उसने एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर में कई कमजोरियां खोजी हैं, जिनका फायदा हमलावरों द्वारा यूजर्स को निशाना बनाने के लिए उठाया जा सकता है।

Arpit Soni लाइव हिन्दुस्तानSun, 13 Oct 2024 06:48 AM

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Android यूजर्स पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। अगर आप भी एंड्रॉयड ओएस पर चलने वाले डिवाइस यूज करते हैं तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले इंडियन कम्प्यूटर इंमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) एजेंसी ने एंड्रॉयड यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने कहा कि उसने एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर में कई कमजोरियां खोजी हैं, जिनका फायदा हमलावरों द्वारा यूजर्स को निशाना बनाने के लिए उठाया जा सकता है। एंड्रॉयड यूजर्स के लिए CERT-In चेतावनी 'हाई' गंभीरता रेटिंग के साथ आती है।

CERT-In ने एडवाइजरी में क्या कहा?>

अपने एडवाइजरी में, CERT-In ने कहा, "एंड्रॉयड में कई कमजोरियां बताई गई हैं, जिनका फायदा हमलावर द्वारा टारगेट सिस्टम पर मनमाना कोड एग्जीक्यूट करने के लिए उठाया जा सकता है।"

इसमें आगे कहा गया है: "ये खामियां फ्रेमवर्क, सिस्टम, गूगल प्ले सिस्टम अपडेट (एआरटी और वाई-फाई सबकंपोनेंट), इमेजिनेशन टेक्नोलॉजीज कंपोनेंट्स, मीडियाटेक कंपोनेंट्स, क्वालकॉम कंपोनेंट्स और क्वालकॉम क्लोज्ड-सोर्स कंपोनेंट्स में खामियों के कारण एंड्रॉयड में मौजूद हैं।"

एजेंसी का कहना है कि इन खामियों का सफलतापूर्वक फायदा उठाने पर, हैकर टारगेट सिस्टम पर मनमाना कोड एग्जीक्यूट कर सकता है।

कौन से एंड्रॉयड वर्जन पर सबसे ज्यादा खतरा?

CERT-In की चेतावनी के अनुसार, कई खामियों के कारण पांच Android वर्जन जोखिम में हैं। नीचे देखें लिस्ट...

सेफ रहने के लिए तुरंत करें ये काम

एडवाइजरी के अनुसार, एंड्रॉयड यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी हैकिंग का शिकार होने से बचने के लिए अपने डिवाइस पर उचित अपडेट लागू करें। गूगल ने अक्टूबर, 2024 के लिए एंड्रॉयड सिक्योरिटी पैच जारी किया है। बुलेटिन में लिखा है "एंड्रॉयड पार्टनर्स को पब्लिकेशन से कम से कम एक महीने पहले सभी मुद्दों के बारे में सूचित किया जाता है। इन मुद्दों के लिए सोर्स कोड पैच एंड्रॉयड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट (AOSP) रिपॉजिटरी में जारी किए गए हैं और इस बुलेटिन से लिंक किए गए हैं। इस बुलेटिन में AOSP के बाहर के पैच के लिंक भी शामिल हैं।"

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