Hindi Newsवायरल न्यूज़ Canadian woman making racial remarks on Indians he replied back
- India Canada Tension : वह इस बात से भी परेशान थी कि कनाडाई समुदाय में काले लोग भी हैं। वह मुझ पर अंग्रेजी न बोलने का भी आरोप लगाती रही। वह मुझसे लगातार कह रही थी कि तुम्हें कनाडा छोड़ देना चाहिए।
Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानFri, 18 Oct 2024 07:29 PM
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भारत-कनाडा के तल्ख होते रिश्तों का असर कनाडा में बसे भारतवंशी लोगों पर भी पड़ रहा है। कनाडा में रहने वाले एक भारतीय मूल के एक व्यक्ति को हाल ही में एक स्थानीय महिला के नस्लवादी गुस्से का सामना करना पड़ा। अश्विन अन्नामलाई नामक इस शख्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए अपने साथ हुई घटना के अनुभव को साझा किया।
अपने साथ हुए घटना क्रम को साझा करते हुए अन्नामलाई ने लिखा कि मैं वाटरलू, ओन्टेरियो में टहलने के लिए निकला था तभी वहां पर एक महिला ने मेरी तरफ अंगुली दिखाते हुए नस्लवादी कमेंट करना शुरु कर दिए।वह मुझे भारतीय समझ कर लगातार नस्लवादी बातें कह रही थी, जबकि में 6 साल से यहां रह रहा हूं और यहां की नागरिकता भी ले चुका हूं।
अश्विन ने लिखा कि मैंने पूरी कोशिश की कि वह मेरी बात को समझे, कि मैं भारतीय नहीं बल्कि कनाडाई नागरिक हूं लेकिन वह नहीं मानी। जब मैंने उसे विनम्रता के साथ चुनौती दी तो वह और जोर से चिल्लाते हुए नस्लवादी गालियां देने लगी। वह इस बात से भी परेशान थी कि कनाडाई समुदाय में काले लोग भी हैं। वह मुझ पर अंग्रेजी न बोलने का भी आरोप लगाती रही। वह मुझसे लगातार कह रही थी कि तुम्हें कनाडा छोड़ देना चाहिए।
अन्नामलाई ने पोस्ट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया जिसमें महिला जोर से चिल्लाती हुई कहती है कि वापस चले जाओ, अपनी जगह पर वापस चले जाओ, तुम कनाडाई नहीं हो..
महिला ने कहा कि मैं तुम्हें लेकर आक्रामक हो रहा हूं क्योंकि भारतीय बहुत ज्यादा मात्रा में कनाडा में आकर बस गए हैं और मैं चाहती हूं कि वह वापस चले जाएं। उसने चिल्लाते हुए कहा कि आपके माता-पिता कनाडा के नहीं थे, आपकी दादी-दादा यहां के नहीं थे इसलिए आपको यहां नहीं रहना चाहिए।
अन्नामलाई ने बाद में उस गुमनाम महिला से पूछा कि क्या वह फ्रेंच बोल सकती है, जो कनाडा की एक और आधिकारिक भाषा है। हालाँकि, उसने इस बात को नजरअंदाज कर दिया और अंग्रेजी में कहती रही कि वापस जाओ। भारत वापस जाओ।
अन्नामलाई ने लिखा कि इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। साल की शुरुआत से ही इस तरह की नफरत भरी मुठभेड़ें नियमित रूप से हो रही हैं, और लोगों का हौसला बढ़ता जा रहा है।